اقرأ باسم ربك الذي خلق

अकीक़ा की दुआ


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۩ आयशा र.अ. ने फरमाया के नबी ﷺ ने फरमाया, "अकीका करो, लड़के के तरफ से दो बकरे एक जैसे और लड़की की तरफ से एक बकरा।"

आप र.अ. ने फरमाया के आप ﷺ ने हसन और हुसैन की तरफ से सातवे दिन दो (दो) बकरे दिए और सर के बाल उतरवाने का हुक्म दिया और फरमाया के इसी के नाम पे ज़बाह करो और इस तरह कहो:

بسم الله والله أكبر واللهم لك وإليك هذه عقيقة فلان -

बिस्मिल्लाहि वा अल्लाहु अकबर वा अल्लाहुम्मा लका वा इलाइक हाजीही अकीकातु फुलान। [चित्र]

अल्लाह के नाम से, अल्लाह सब से बड़ा है, और ऐ अल्लाह ये तेरे ही लिए है और तेरी ही तरफ है। ये फुलां बच्चे का अक़ीका है.

[फुलां के जगह बच्चे का नाम होगा]

सुनन बैहक़ी, किताब अज़-ज़हया ﴾५८ ﴿, हदीस- १९०७७. [स्कैन]। इमाम नवावी ने इसको अल मजमुआ, ८/४२८ में हसन करार दिया है।

नोट: ये दुआ अक़ीक़ा का जनवार क़ुर्बान करते वक्त पढ़नी है और चाहे बच्चा लड़का हो या लड़की, दोनों के लिए एक ही दुआ है।